Skip to main content

जिल्हे निर्मिती - Maharashtra


रत्नागिरीपासून – सिंधुदुर्ग (27 वा जिल्हा)-1 मे 1981

औरंगाबादपासून – जालना (28 वा जिल्हा)

उस्मानाबादपासून – लातूर (29 वा जिल्हा),-16 ऑगस्ट 1982

चंद्रपूरपासून – गडचिरोली (30 वा जिल्हा)-26 ऑगस्ट 1982

मुंबईपासून – मुंबई उपनगर (31 वा जिल्हा)-1990

धुळेपासून – नंदुरबार (32 वा जिल्हा)1 जुलै 1998

अकोल्यापासून – वाशिम (33 वाशिम जिल्हा)

परभणीपासून – हिंगोली (34 वा जिल्हा)-
1 मे 1999

भंडारा  – गोंदिया (35 वा जिल्हा)

ठाण्यापासून – पालघर (36 वा जिल्हा-1 ऑगस्ट 2014 

Comments

Popular posts from this blog

बाळ शास्त्री जांभेकर

 बाळ गंगाधर जांभेकर   (जन्म १८१२; मृत्यू १८४६) हे मराठी पत्रकारितेचे जनक होते. त्यांनी ‘दर्पण’ नावाचे पहिले मराठी मासिक सुरू केले. इतिहास आणि गणित या विषयांवर त्यांनी अनेक पुस्तके लिहिली. रॉयल एशियाटिक सोसायटी आणि जिओग्राफिकल सोसायटीमध्ये वाचलेले शिलालेख आणि ताम्रपटांशी संबंधित त्यांचे निबंध खूप महत्त्वाचे आहेत. शिलालेखांच्या संदर्भात ते कनकेश्वर येथे गेले असता त्यांना उष्माघात झाला. यामध्ये त्यांचा मृत्यू झाला. खर्‍या अर्थाने त्यांनी आपल्या कार्यात जीव ओवाळून टाकला होता. ख्रिश्चन धर्माने ग्रहणाशी संबंधित वास्तव स्वतःच्या भाषेत आणि श्रीपती शेषाद्री नावाच्या ब्राह्मणाला सांगणे.हिंदू धर्मात पुनर्परिवर्तन केल्याबद्दल त्यांना बहिष्कृत करण्यात आले. ते महाराष्ट्राचे समाजसुधारक होते बाळ गंधाधर जांभेकर यांचा जन्म राजापूर जिल्ह्यातील पोंबर्ले गावात झाला. त्यांचे वडील चांगले वैदिक होते. शिक्षकांमध्ये बापू छत्रे आणि बापूशास्त्री शुक्ल यांचा समावेश होता. दादोबा पांडुरंग यांनी त्यांच्या आत्मचरित्रात त्यांच्या विलक्षण स्मरणशक्तीचा एक प्रसंग नमूद केला आहे. एकदा त्याने दोन गोरे सैनिक लढत...

Ordnance Factory Recruitment Centre (OFRC) Ambajhari, Nagpur

भारतीय आयुध निर्माणी भर्ती 2019 भारत में भारतीय आयुध निर्माणी की नौकरियों 2019 के लिए खोज करने वाले सभी इच्छुक उम्मीदवार सभी नवीनतम भर्ती 2019 अपडेट नागपुर में ट्रेड अपरेंटिस - भारतीय आयुध निर्माणी भर्ती 2019 भारतीय आयुध निर्माणी ने ट्रेड अपरेंटिस आदि पदों के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। रिक्तियों के लिए नीचे उल्लेखित पात्रता मानदंड, पात्रता मानदंड पढ़ें और पात्र उम्मीदवार अपना आवेदन सीधे भारतीय आयुध कारखाना 30-12-2019 से पहले जमा कर सकते हैं। विवरण में योग्यता: भारतीय नागरिकों से ऑनलाइन आवेदन भारत के विभिन्न राज्यों में स्थित आयुध और आयुध उपकरण कारखानों में 'अपरेंटिस अधिनियम 1961' के तहत ट्रेड अपरेंटिस के 56 वें बैच (गैर-आईटीआई और आईटीआई श्रेणी के लिए) के लिए आमंत्रित किए जाएंगे।  रिक्तियों की संख्या लगभग है।  4805 (1595 गैर-आईटीआई और 3210 आईटीआई श्रेणी)  1. पात्रता योग्यता:  ए।  गैर-आईटीआई श्रेणी के लिए: उत्तीर्ण में न्यूनतम 50% अंकों के साथ और गणित और विज्ञान में प्रत्येक में 40% अंकों के साथ आवेदन की समापन तिथि के रूप में मध्यमा (दसवीं कक्षा या ...

वेद

वेद, प्राचीन भारत के पवित्रतम साहित्य हैं जो हिन्दुओं के प्राचीनतम और आधारभूत धर्मग्रन्थ भी हैं। वेद, विश्व के सबसे प्राचीन साहित्य भी हैं। भारतीय संस्कृति में वेद सनातन वर्णाश्रम धर्म के, मूल और सबसे प्राचीन ग्रन्थ हैं। वेद' शब्द संस्कृत भाषा के विद् ज्ञाने धातु से बना है। इस तरह वेद का शाब्दिक अर्थ 'ज्ञान' है। इसी धातु से 'विदित' (जाना हुआ), 'विद्या' (ज्ञान), 'विद्वान' (ज्ञानी) जैसे शब्द आए हैं।वेदों को अपौरुषेय (जिसे कोई व्यक्ति न कर सकता हो, यानि ईश्वर कृत) माना जाता है। यह ज्ञान विराटपुरुष से वा कारणब्रह्म से श्रुति परम्परा के माध्यम से सृष्टिकर्ता ब्रह्माजी ने प्राप्त किया माना जाता है। यह भी मान्यता है कि परमात्मा ने सबसे पहले चार महर्षियों जिनके अग्नि, वायु, आदित्य और अंगिरा नाम थे के आत्माओं में क्रमशः ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद और अथर्ववेद का ज्ञान दिया, उन महर्षियों ने फिर यह ज्ञान ब्रह्मा को दिया। इन्हें श्रुति भी कहते हैं जिसका अर्थ है 'सुना हुआ ज्ञान'। अन्य आर्य ग्रंथों को स्मृति कहते हैं, यानि वेदज्ञ मनुष्यों की वेदानुगत बुद्धि...