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पुराना नाम – परिवर्तित नाम



◆ हबीबगंज रेलवे स्‍टेशन – अटल बिहारी वाजपेयी रेलवे स्‍टेशन
◆फ़िरोजशाह कोटला स्टेडियम – अरुण जेटली स्टेडियम
◆भोपाल मेट्रो रेल – राजा भोज
◆बोगीबील पुल – अटल सेतू
◆नया रायपुर – अटल नगर
◆रोहतांग सुरंग (हिमाचल प्रदेश) – अटल सुरंग
◆बुंदेल खण्‍ड एक्‍सप्रेस-वे – – अटल पथ
◆हजरतगंज चौराहा  – अटल चौक
◆देवधर हवाई अड्डा (प्रस्‍ता.) – अटल बिहारी वाजपेयी हवाई अड्डा
◆अलीगढ़ – – हरिगढ़
◆अहमदाबाद – कर्णावती
◆शिमला  – श्‍यामला
◆साहिबगंज हार्बर – अटल बिहारी वाजपेयी हार्बर
◆अगरतला हवाई अड्डा – महाराजा बीर बिक्रम हवाई अड्डा
◆छत्रपति शिवाजी एयरपोर्ट – छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशल एयरपोर्ट
◆कांडला बंदरगाह – – दीनदयालबंदरगाह
◆साबरमती घाट – अटल घाट
◆भामाशाह स्‍वास्‍थ्‍य बीमा योजना – भामाशाह सुरक्षा कवच
◆मुगल सराय रेलवे स्‍टेशन – प. दीनदयाल उपध्‍याय रेलवे स्‍टेशन
◆बल्‍लभगढ़ मेट्रो स्‍टेशन – अमर शहीद राजा नाहरसिंह मैट्रो स्‍टेशन
◆गोरखपुर हवाई अड्डा – महायोगी गोरखनाथ हवाई अड्डा
◆मियों का बाड़ा, गांव (बारमर, राजस्‍थान) – महेश नगर

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 बाळ गंगाधर जांभेकर   (जन्म १८१२; मृत्यू १८४६) हे मराठी पत्रकारितेचे जनक होते. त्यांनी ‘दर्पण’ नावाचे पहिले मराठी मासिक सुरू केले. इतिहास आणि गणित या विषयांवर त्यांनी अनेक पुस्तके लिहिली. रॉयल एशियाटिक सोसायटी आणि जिओग्राफिकल सोसायटीमध्ये वाचलेले शिलालेख आणि ताम्रपटांशी संबंधित त्यांचे निबंध खूप महत्त्वाचे आहेत. शिलालेखांच्या संदर्भात ते कनकेश्वर येथे गेले असता त्यांना उष्माघात झाला. यामध्ये त्यांचा मृत्यू झाला. खर्‍या अर्थाने त्यांनी आपल्या कार्यात जीव ओवाळून टाकला होता. ख्रिश्चन धर्माने ग्रहणाशी संबंधित वास्तव स्वतःच्या भाषेत आणि श्रीपती शेषाद्री नावाच्या ब्राह्मणाला सांगणे.हिंदू धर्मात पुनर्परिवर्तन केल्याबद्दल त्यांना बहिष्कृत करण्यात आले. ते महाराष्ट्राचे समाजसुधारक होते बाळ गंधाधर जांभेकर यांचा जन्म राजापूर जिल्ह्यातील पोंबर्ले गावात झाला. त्यांचे वडील चांगले वैदिक होते. शिक्षकांमध्ये बापू छत्रे आणि बापूशास्त्री शुक्ल यांचा समावेश होता. दादोबा पांडुरंग यांनी त्यांच्या आत्मचरित्रात त्यांच्या विलक्षण स्मरणशक्तीचा एक प्रसंग नमूद केला आहे. एकदा त्याने दोन गोरे सैनिक लढत...

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